साधु और व्यक्ति (कहानी )The Sage and the Person (Story)


 साधु और व्यक्ति

साधु और व्यक्ति


किसी गांव में एक व्यक्ति 👴 रहता था ,उसका स्वभाव बहुत अच्छा था | वो हमेशा सबकी मदद करता | गाँव वाले उससे बहुत खुश रहते थे |

वो बहुत गरीब था ,वो दुसरे के खेत में मेहनत – मजदूरी करके अपना घर चलता था | लेकिन उसमे एक बहुत खराब आदत थी की वो काम को बहुत टालता था |

वो प्रत्येक दिन सुबह काम पर जाता और शाम को वापस घर आता था | एक दिन शाम को लौटते समय उसे एक साधु महात्मा मिले |

वो उनको अपने घर ले आया और उनकी बहुत सेवा करने लगा | साधु ने देखा की उसके पास धन की कमी है फिर भी वो उनकी सारी सुख –सुविधा का ख्याल रखता है |

वो उसकी सेवा से प्रसन्न होकर अपने झोला से पारस पत्थर 💫 निकाल कर उसको दिया | और उससे बोले कि सात दिन के बाद आठवें दिन आकर मैं तुमसें ये पारस पत्थर ले जाऊगा | इस बीच तुम जितना चाहो, उतना सोना बना लेना।

वह व्यक्ति लोहा खोजने लगा | काफी देर बाद उसको थोड़ा-सा लोहा अपने घर में मिला, जिसका उसने सोना बना कर घर का सामान लाया | 💨 फिर दुबारा वह लोहा खरीदने बाजार गया | उसने लोहा का कीमत पूछा लोहा बहुत महंगा मिल रहा था |

उसने सोचा कल आकर फिर पता लगाऊंगा | कल फिर उसकी कीमत और ज्यादा हो गई  |

उसने मन ही मन ये निर्णय लिया की तीन दिन बाद आऊँगा | उसके बाद भी मेरे पास दो दिन और है महात्मा जी के आने में |

लेकिन जब वो तीन दिन बाद बाजार गया तो लोहा का कीमत और ज्यादा हो गया था |

उसने सोचा-एक दिन तो जरुर लोहा सस्ता होगा। जब सस्ता हो जाएगा तभी खरीदेंगे। यह सोचकर उसने लोहा खरीदा ही नहीं।

ऐसे ही दिन बीत गये और साधु महात्मा आठवें दिन वापस आ गये  | वह अपना पारस पत्थर उससे ले लिये  |

व्यक्ति ने कहा- मेरा तो सारा समय ऐसे ही निकल गया। अभी तो मैं कुछ भी सोना नहीं बना पाया। आप कृपया इस पत्थर को कुछ दिन और मेरे पास रहने दीजिए। लेकिन साधु महात्मा राजी नहीं हुए। 👀

👉 साधु ने कहा- ☝ तुम्हारे जैसा आदमी जीवन में कुछ नहीं कर सकता। तुम्हारी जगह कोई और होता तो अब तक पता नहीं क्या-क्या कर चुका होता। जो आदमी समय का उपयोग करना नहीं जानता, वह हमेशा दु:खी रहता है। इतना कहते हुए साधु साधु महात्मा पत्थर लेकर चले गए।.....💦

इस कहानी से हमे यही सिख मिलती है कि ...

जो व्यक्ति काम को टालता रहता है, समय का सदुपयोग नहीं करता और केवल भाग्य भरोसे रहता है वह हमेशा दुःखी रहता है। 🕗

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हार्वे मैके के अनुसार-

समय मुफ्त में मिलता है, परंतु यह अनमोल है। आप इसे अपना नही सकते, लेकिन आप इसका उपयोग कर सकते हैं। आप इसे रख नही सकते, पर आप इसे खर्च कर सकते हैं। एक बार आपने इसे खो दिया, तो वापस कभी इसे पा नही पाएंगे! 🍂

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