आर्थिक शब्दावली |Economic Glossary free pdf in hindi
एक दिवसीय exam में कभी-कभी आर्थिक शब्दावली से संबधित प्रश्न पूछे जाते है | जो होते तो आसन है पर याद नही होने के कारण वो हमे मुश्किल लगते है | हम इस लेख में आसन शब्दों में आर्थिक शब्दावली mind map के साथ दे रहे है ,जो की आपको पढने में रूचिकर लगेगा और आसानी से याद भी हो जायेगा |
आर्थिक शब्दावली (Economic Glossary)
Arbitrage (आर्बिट्रेज) - इस शब्द का प्रयोग
सामान्यतः विदेशी विनिमय के सन्दर्भ में किया जाता है | स्वतन्त्र विदेशी मुद्रा बाजारों में यदि किसी स्थान पर कोई
मुद्रा कम मूल्य पर खरीदी जाए तथा तुरन्त ही अन्यत्र
किसी स्थान पर ऊँचे मूल्य पर बेच दी जाए तो इस क्रिया को 'आर्बिट्रेज' कहा जाता है।
Affluent Society (एफ्लुएंट सोसाइटी)- इस शब्द का प्रयोग समाज के उस वर्ग के लिए किया जाता है, जो अति सम्पन्न है तथा अपनी तमाम मौलिक आवश्यकताओं की पूर्ति करने के उपरान्त भी इन लोगों के पास इतनी आय बची रहती है कि ये विभिन्न प्रकार के विलासितापूर्ण उपभोग करने लगते हैं प्रो. जे.के. गालब्रेथ ने इस शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम पश्चिमी यूरोप व अमरीका के सन्दर्भ में किया था ।
Annuity (एन्युटी)-किसी पूर्व
निर्धारित योजना के अन्तर्गत प्रतिवर्ष एक या अधिक किश्तों में प्राप्त होने वाला
भुगतान 'एन्युटी' कहलाता है। जैसे-सरकारी ऋणपत्रों पर ब्याज का
भुगतान 'एन्युटी' के रूप में हो सकता है।
Authorised
Capital (अधिकृत पूँजी)-पूँजी की वह अधिकतम मात्रा जिस सीमा तक कोई
कम्पनी अपने शेयर जारी कर सकती है। यह आवश्यक नहीं कि कम्पनी
द्वारा जारी किए गए शेयरों का मूल्य अधिकृत पूँजी के बराबर ही हो।
यह अधिकृत पूँजी के
बराबर या उससे कम हो सकता है, किन्तु अधिक नहीं।
Ad-Valorem (एड-वेलोरम)-वस्तुओं पर लगाए गए जो कर (Tax) उनकी मात्रा के आधार पर न लगाकर मूल्यानुसार लगाए जाते हैं। 'एड-वेलोरम' कहलाते हैं।
Ante-dated-Cheque
( पूर्व दिनांकित चेक)-यदि आहरणकर्ता चेक लिखने
की तारीख से पहले की कोई तारीख चेक पर लिखता है, तो ऐसे चेक को पूर्व दिनांकित (Ante-dated) चेक कहा जाता है।
Agreement
Agriculture (कृषि समझौता)-यह विश्व व्यापार संगठन (W.T.O.) के प्रमुख समझौतों में से
एक है। इस समझौते के तीन भाग हैं-
(1) बाजार पहुँच (2) घरेलू समर्थन (3) निर्यात सब्सिडी
Aggregate
Measures of Support-AMS(सहायता की सकल माप)-कृषि उत्पादों पर सब्सिडी
दी जाती है और कृषि आगतों (Ag. Inputs)पर करारोपण भी होता है। सहायता की सकल माप में निबल सहायता
की गणना की जाती है।
इसका मान धनात्मक होने का अर्थ है- सब्सिडी का कर राशि से अधिक होना और ऋणात्मक होने का अर्थ है
- कर राशि का सब्सिडी से अधिक होना। कृषि समझौते के अन्तर्गत सहायता
की सकल माप की उच्चतम सीमा विकसित देशों के लिए 5.0% और विकासशील देशों
के लिए 10.0% है।
Average
Propensity to Save (औसत बचत प्रवृत्ति)-आय का वह भाग जो बचाया
जाता है; यह बचत को आय
द्वारा भाग देकर प्राप्त होता है।
Average
Revenue (औसत आगम आय)-यह कुल आगम को उत्पाद की मात्रा द्वारा भाग
देने पर प्राप्त मात्रा के बराबर है; औसत आगम सदा कीमत के बराबर होता है।
Average
Fixed Cost (औसत स्थिर लागत)-कुल स्थिर लागत को उत्पाद
की मात्रा से भाग देने पर औसत स्थिर लागत प्राप्त की जाती है। इसे औसत कुल
लागत में से औसत चल लागत को घटाकर भी प्राप्त किया जा सकता है।
Average
Total Cost (औसत कुल लागत)-कुल लागत को उत्पाद की कुल मात्रा से भाग देकर औसत
कुल लागत प्राप्त की जाती है। औसत कुल लागत, औसत अचल लागत और औसत चल लागत के योग के
बराबर होती है।
Average
Variable Cost (औसत परिवर्ती लागत)-कुल परिवर्ती (चल) लागत
को उत्पाद की मात्रा से भाग देकर औसत परिवर्ती लागत प्राप्त की जाती है। यह
औसत कुल लागत में से औसत स्थिर (अचल) लागत को घटाने से प्राप्त मात्रा के बराबर
है।
Advance-Decline
(एडवांस-डिक्लाइन)-यह शेयर बाजार की प्रवृत्ति को प्रदर्शित
करने वाला एक माप है। किसी समयावधि में मूल्य वृद्धि को प्रदर्शित
करने वाले शेयरों की संख्या का मूल्य ह्रास वाले शेयरों की संख्या के साथ अनुपात
ही एडवांस-डिक्लाइन (Advance-Decline) कहलाता है।
Average Propensity to Consume (औसत उपभोग प्रवृत्ति)-आय का वह भाग जो उपभोग पर व्यय होता है औसत उपभोग प्रवृत्ति कहलाता है। औसत उपभोग प्रवृत्ति ज्ञात करने के लिए उपभोग और आय का अनुपात निकाला जाता है।
Advance
Tax (अग्रिम कर)-अग्रिम कर, अर्जित आय के आधार पर देय (Pay as You Earn) सिद्धांत पर आधारित है। अग्रिम कर प्रत्येक वर्ष मार्च, सितम्बर एवं दिसंबर में देय होता है ताकि प्रत्येक
वित्तीय वर्ष की समाप्ति के पूर्व ही आगामी वित्तीय वर्ष के बजट के संबंध में अपनी राजस्व प्राप्तियों से
अवगत हो सकें।
Aggregate
Demand (कुल मांग )-वह राशि जिसे किसी विशेष समय पर परिवार, फर्म, और सरकार अर्थव्यवस्था के उत्पादन
के लिए अदा करने के लिए तैयार है।
Administered
Prices (प्रशासित मूल्य)-जब किसी वस्तु के मूल्य का निर्धारण बाजार की
माँग व पूर्ति की स्वतंत्र शक्तियों द्वारा न होकर किसी केन्द्रीय शक्ति द्वारा होता है, तो इस प्रकार का मूल्य प्रशासित
मूल्य कहलाता है। किसी अधिकारी फर्म द्वारा एकपक्षीय तरीके से निर्धारित मूल्य या सरकार
द्वारा किसी वस्तु का निर्धारित मूल्य आदि प्रशासित मूल्य के उदाहरण हैं।
Arbitration
(पंचाट)-औद्योगिक विवादों को किसी निष्पक्ष व्यक्ति या
समूह अथवा शासकीय अधिकरण द्वारा समाधान करना।
Air
Pocket ( एयर पॉकेट)-शेयरों के भाव में उतार-चढ़ाव की स्थिति का
होना सामान्य बात है। यह कई कारणों से घटित होता है। यदि किसी कंपनी के विषय में कोई प्रतिकूल सूचना आती
है तो कंपनी के शेयरों के भाव गिर जाते। इस प्रकार की स्थिति में यदि पहले दिन के
बंद भाव और दूसरे दिन के खुलने वाले भाव में काफी अंतर होता है तो वह स्थिति एयर पाकेट की होती है।
Account
Payee Cheque (पावक खाता चेक)-जब किसी चेक के प्राय: बाई ओर ऊपर कोने में दो
समानान्तर रेखाओं के मध्य 'Account
Payee Only' लिख दिया जाता है, तो उस चेक को पावक खाता चेक
कहते हैं। इस चेक का भुगतान केवल उसी व्यक्ति या प्रतिष्ठान अथवा संस्थान के खाते में जमा करके
किया जाता है,जिसके नाम वह चेक
लिखा होता है अर्थात् इस प्रकार के चेक का अन्य किसी व्यक्ति के पक्ष में हस्तांतरण नहीं किया
जा सकता।
Appropriation
Bill (विनियोग विधेयक)-अनुदान मांगों के लिए धन की व्यवस्था संचित कोष
से की जाती है। परन्तु
संचित कोष से तब तक कोई धन नहीं निकाला जा सकता है जब तक कि लोक सभा उसे पारित न कर दे। अतः अनुदान मांगों एवम भारित व्ययों
को पूरा करने के लिए जो विधयेक लोक सभा में संचित कोष से धन प्राप्त करने के लिए
प्रस्तुत किया जाता है, वह विनियोग विधेयक कहलाता है |
Alfa
Share ( एल्फा शेयर)-जिन शेयरों में अक्सर काफी मात्रा में कारोबार
होता है उनको एल्फा श्रेणी शेयर की संज्ञा प्रदान की गई है। ए श्रेणी और ब्लू चिप शेयर एल्फा श्रेणी
के शेयर हैं। परन्तु अब बी श्रेणी के कुछ शेयर भी ऐल्फा की श्रेणी में आ गए
Amortization
(एमोर्टाइजेशन)-किसी ऋण के ब्याज सहित पूर्ण भुगतान को
एमोर्टाइजेशन कहते हैं।
Accured
Income (उपार्जित आय)- वह आय जो चालू वर्ष में अर्जित कर ली गई हो परंतु वर्ष के अंत तक प्राप्त नहीं हुई
हो उपार्जित आय कहलाती है।
Agrigater
(एग्रीगेटर)-वह व्यक्ति जो देश के विभिन्न क्षेत्रों से
कमोडिटी खरीदकर बड़ी मात्रा में उस कमोडिटी की ट्रेडिंग करता है उस व्यक्ति को एग्रीगेटर कहते हैं। वास्तव में
गाँवों में एग्रीगेटर प्राचीन समय से ही सक्रिय रहे हैं, मगर वे माल इकट्ठा करके शहर की मंडियों में बेचते थें ।
फ्यूचर ट्रेडिंग में
एग्रीगेटर माल इकट्ठा कर उसका भाव एक्सचेंज में कोट करते हैं और मुनाफा कमाते हैं। जाहिर है आज के
एग्रीगेटर आधुनिक तौर-तरीकों से कमोडिटी की ट्रेडिंग करते हैं |
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